baal

(1) Chidiya ke Bachhe Char – चिड़ियों के थे बच्चे चार
चिड़ियों के थे
बच्चे चार,
निकले घर से
पंख पखार।

पूरब से
पश्चिम को आए,
उत्तर से
दक्षिण को जाएं।

उत्तर दक्षिण
पूरब पश्चिम,
देख लिया
हमने जग सारा।

अपना घर
खुशियों से भरा,
सबसे न्यारा
सबसे प्यारा।

 

(2) Titli Rani Badi Sayani – तितली रानी बड़ी सयानी
तितली रानी बड़ी सयानी,
रंग बिरंगे फूलों पर जाती है।

फूलों से रंग चुरा कर,
अपने पंखों को सजाती है।

कोई हाथ लगाए,
तो छूमंतर हो जाती है।

पंखों को फड़फड़ा कर,
हर फूल पर वो मंडराती है।

घूम-घूम कर सारे फूलों की,
खुशबू वो ले जाती है।

फूलों का मीठा रस पीकर,
दूर जाकर पंखों को सहलाती है।

रंग बिरंगी तितली रानी,
बड़ी सयानी।

 

(3) Chuk Chuk Karti Rail Gadi Aayi – छुक छुक करती रेलगाड़ी आयी
छुक छुक करती रेलगाड़ी आयी,
पो पो पी पी सीटी बजाती आयी,
इंजन है इसका भारी-भरकम।

पास से गुजरती तो पूरा स्टेशन हिलाती,
धमधम धमधम धमधम धमधम,
पहले धीरे धीरे लोहे की पटरी पर चलती।

फिर तेज गति पकड़ कर छूमंतर हो जाती,
लाल बत्ती पर रुक जाती,
हरी बत्ती होने पर चल पड़ती।

देखो देखो छुक छुक करती रेलगाड़ी,
काला कोट पहन टीटी इठलाता,
सबकी टिकट देखता फिरता।

भाग भाग कर सब रेल पर चढ जाते,
कोई टूट न पाए इसलिए,
रेलगाड़ी तीन बार सीटी बजाती।

छुक छुक करती रेलगाड़ी आयी।

 

(4) Aao Hum Sab Jhula Jhule – आओ हम सब झूला झूलें
आओ हम सब झूला झूलें
पेंग बढ़ाकर नभ को छूलें

है बहार सावन की आई
देखो श्याम घटा नभ छाई

अब फुहार पड़ती है भाई
ठंडी – ठंडी अति सुखदायी

आओ हम सब झूला झूलें
पेंग बढ़ाकर नभ को छूलें

कुहू – कुहू कर गाने वाली
प्यारी कोयल काली – काली

बड़ी सुरीली भोली – भाली
गाती फिरती है मतवाली

हम सब भी गाकर झूलें
पेंग बढ़ाकर नभ को छूलें

मोर बोलता है उपवन में
मास्त हो रहा है नर्तन में

चातक भी बोला वन में
आओ हम सब झूला झूलें
पेंग बढ़ाकर नभ को छूलें

 

 

 

(5) DeKho Kalu Madari Aaya – देखो देखो कालू मदारी आया
देखो देखो कालू मदारी आया,
संग में अपनी बंदरिया लाया।

डम डम डम डम डमरू बजाया,
यह देख टप्पू चिंटू-पिंटू आया।

सुनीता पूजा बबीता आयी,
देखो देखो कालू मदारी आया।

फिर जोर-जोर से मदारी ने डमरू बजाया,
बंदरिया ने उछल कूद पर नाच दिखाया।

उल्टा पुल्टा नाच देख कर सब मुस्कुराए,
फिर सब ने जोर-जोर से ताली बजाई।

देखो देखो कालू मदारी आया,
संग में अपनी बंदरिया लाया।

 

(5) Gol Gol Lal Tamatar – गोल गोल यह लाल टमाटर
गोल गोल यह लाल टमाटर
होते जिससे गाल टमाटर
खून बढ़ाता लाल टमाटर
फूर्ति लाल लाल टमाटर
स्वास्थ्या बनाता लाल टमाटर
मस्त बनाता लाल टमाटर
हम खाएँगे लाल टमाटर
बन जाएँगे लाल टमाटर.

(6) पर्वत कहता – Parvat Kehta
पर्वत कहता
शीश उठाकर
तुम भी ऊँचे बन जाओ।
सागर कहता है
लहराकर
मन में गहराई लाओ।

समझ रहे हो
क्या कहती है
उठ-उठ गिर गिर तरल तरंग।
भर लो, भर लो
अपने मन में
मीठी-मीठी मृदुल उमंग।
धरती कहती
धैर्य न छोड़ो
कितना ही हो सिर पर भार।
नभ कहता है
फैलो इतना
ढक लो तुम सारा संसार।

 

(7) चिड़िया का घर – Chidiya Ka Ghar
चिड़िया, ओ चिड़िया,
कहाँ है तेरा घर?
उड़-उड़ आती है
जहाँ से फर-फर!

चिड़िया, ओ चिड़िया,
कहाँ है तेरा घर?
उड़-उड़ जाती है-
जहाँ को फर-फर!

वन में खड़ा है जो
बड़ा-सा तरुवर!
उसी पर बना है
खर-पातों वाला घर!

उड़-उड़ आती हूँ
वहीं से फर-फर!
उड़-उड़ जाती हूँ
वहीं को फर-फर!

 

(8) लल्लू जी की पतंग – Lalu Ji Ki Patang
बातें करे हवा के संग
लल्लू जी की लाल पतंग।

आसमान में लहर रही है
एक जगह न ठहर रही है।
इधर भागती उधर भागती
खूब करे मस्ती हुड़दंग।

हरी, गुलाबी, नीली, काली
की इसने छुट्टी कर डाली।
बीस पतंगें काट चुकी है
बड़ी बहादुर, बड़ी दबंग।

सभी पतंगों से सुंदर है
सबकी इस पर टिकी नजर है।
ललचाता है सबको इसका
अति प्यारा मनमोहक रंग।

 

 

 

(9) टीचर जी मत पकड़ो कान – Teacher Ji Mat Pakdo Kaan
टीचर जी!
मत पकड़ो कान।
सरदी से हो रहा जुकाम II
लिखने की नही मर्जी है।
सेवा में यह अर्जी है
ठण्डक से ठिठुरे हैं हाथ।
नहीं दे रहे कुछ भी साथ II
आसमान में छाए बादल।
भरा हुआ उनमें शीतल जल II
दया करो हो आप महान।
हमको दो छुट्टी का दान II
जल्दी है घर जाने की।
गर्म पकोड़ी खाने की II
जब सूरज उग जाएगा।
समय सुहाना आयेगा II
तब हम आयेंगे स्कूल।
नहीं करेंगे कुछ भी भूल II

(10) तितली रानी तितली रानी – Titli Rani Poem
तितली रानी तितली रानी
कितनी प्यारी कितनी सयानी!
रंग बिरंगे पंख सजीले!
लाल, गुलाबी, नीले, पीले !
फूल फूल पर जाती हो !
गुनगुन-गुनगुन गाती हो !
कली कली पर मंडराती हो!
मीठा मीठा रस पीकर उठ जाती हो!
अपने कोमल पंख दिखाती!
सबको उनसे है सहलाती! ।
तितली रानी तितली रानी
कितनी सुन्दर, तितली रानी,
इस बगिया में आना रानी!
तितली रानी तितली रानी

 

 

 

(11) मुर्गे की शादी – Baccho Ki Poem
ढम-ढम, ढम-ढम ढोल बजाता
कूद-कूदकर बंदर,
छम-छम घुँघरू बाँध नाचता
भालू मस्त कलंदर!
कुहू-कुहू-कू कोयल गाती
मीठा मीठा गाना,
मुर्गे की शादी में है बस
दिन भर मौज उड़ाना!

 

(12) दो चूहे थे- Do Chuhe The
दो चूहे थे ,
मोटे -मोटे थे
छोटे छोटे थे ,
वो तो खा रहे थे
बिल्ली ने देखा बोली में भी आऊंगी
नाह मौसी ना तुम आओ
हमे मार डालोगे
पूँछ काट डालोगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे

दो चूहे थे ,
मोटे -मोटे थे
छोटे छोटे थे ,
दूध पी रहे थे
बिल्ली ने देखा बोली में भी आऊंगी
नाह मौसी ना तुम आओ
हमे मार डालोगे
पूँछ काट डालोगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे

दो चूहे थे ,
मोटे -मोटे थे
छोटे छोटे थे ,
वो तो तैर रहे थे
बिल्ली ने देखा बोली में भी आऊंगी
नाह मौसी ना तुम आओ
हमे मार डालोगे
पूँछ काट डालोगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे

दो चूहे थे ,
मोटे -मोटे थे
छोटे छोटे थे ,
वो तो उड़ रहे थे
बिल्ली ने देखा बोली में भी आऊंगी
नाह मौसी ना तुम आओ
हमे मार डालोगे
पूँछ काट डालोगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे
हम तो नहीं आएंगे, हम भाग जायेंगे

 

(13) Machhali Rani – मछली जल की रानी है
मछली जल की रानी है
जीवन उसका पानी है

हाथ लगाओ डर जाएगी
बाहर निकालो मर जाएगी

(14) Nach Mor Ka Sabko Bhata – नाच मोर का सबको भाता
नाच मोर का सबको भाता,
जब वो पंखो को फैलाता,
कूहूँ -कूहूँ का शोर मचाता,
घूम-घूम कर नाच दिखाता.

(15) Chanda Mama – चन्दा मामा
चंदा मामा आओ न,
दूध बताशा खाओ ना,
मीठी लोरी गाओ ना,
बिस्तर में सो जाओ ना,

 

(16) Dhobi Aaya – धोबी आया
धोबी आया धोबी आया,
कितने कपडे लाया..?
एक, दो, तीन,
एक, दो, तीन….

धोबी आया धोबी आया,
कितने कपडे लाया..?
चार, पांच, छे,
चार, पांच, छे….

धोबी आया धोबी आया,
कितने कपडे लाया..?
सात, आठ, नौ,
सात, आठ, नौ….

धोबी आया धोबी आया,
कितने कपडे लाया..?
दस, दस, दस,
भाई , दस , दस , दस….

 

 

(17) एक एक यदि पेड़ लगाओ – Nursery Poem in Hindi
एक एक यदि पेड़ लगाओ,

तो तुम बाग लगा दोगे।

एक एक यदि ईट जोड़ो,

तो तुम महल बना दोगे।

एक एक यदि पैसा जोड़ो,

तो बन जाओगे धनवान।

एक एक यदि अक्षर पढ़ लो

तो बन जाओगे विद्वान।

(18) Hathi Aaya – हाथी आया
हाथी आया हाथी आया
सूंड हिलाता हाथी आया
चलता फिरता हाथी आया
झूम झूम कर हाथी आया…
कान हिलाता हाथी आया

Kaan hilatta hathi aya

(19) Meri Gudiya – मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया, मेरी गुड़िया
हंसी खुशी की है यह पुड़िया
मैं इसको कपड़े पहनाती
इसको अपने साथ सुलाती
यह है मेरी सखी सहेली
नहीं छोड़ती मुझे अकेली
ना ए ज्यादा बात बनाए
मेरी बात सुनती जाए
गाना इसको रोज सुनाती
लेकिन खाना यह नहीं खाती

 

(20) Titli – सुबह सवेरे आती तितली
सुबह सवेरे आती तितली,
फूल फूल पर जाती तितली|
हरदम है मुस्काती तितली,
सबकी मन को भाती तितली |

 

(21) Aaloo-Kachaaloo Beta Kahan Gaye they – आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे,
बन्दर की झोपडी में सो रहे थे,
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे…

 

(22) Railgaddi – रेलगाड़ी
छुक छुक छुक छुक धुँआ छोड़ती
खूब सवारी ले जाती है
काला इंजन लाल है डब्बे
हटो रेलगाड़ी आती है

 

(23) Bandar ki Sasural – बन्दर की ससुराल
लाठी लेकर बीन बजाता
बंदर जा पहुँचा ससुराल
मैं आया बंदरी को लेने,
कौन बनाए रोटी दाल

(24) Char Naukar – चार नौकर
मेरे पास हैं नौकर चार,
हरदम देते मेरा साथ।
दो हैं मेरे हाथ,
देते मेरा हरदम साथ।
दो हैं मेरे पैर,
मुझे कराते हैं सैर।
ना पीते, ना खाते हैं,
जहाँ कहूँ ले जाते हैं।

 

(25) Meri Pyari Gaiya – मेरी प्यारी गैया
मेरी गैया आती हैं
मुझको दूध पिलाती हैं
सबको अच्छी लगती हैं
गोरे रंग में सजती हैं
बच्चे सब आ जाते हैं
उसको प्यार जताते हैं
उसका एक बच्चा हैं
उछल कूद करता हैं

 

 

(26) Chuhiya Rani – चुहिया रानी
चुहिया रानी, चुहिया रानी,
लगती हो तुम बड़ी सायानी
जैसे हो इस घर की रानी
तभी तो करती हो मनमानी
कुतुर – कुतुर सब कुछ खा जाती
आहट सुन झट से छुप जाती
जब भी बिल्ली मौसी आती
दूम दबा बिल में घुस जाती

 

(27) मम्मी मेरी प्यारी – Nursery Poem in Hindi
मम्मी मेरी प्यारी
दुनिया से है न्यारी
पहनती है वह साड़ी
प्यार करती ढेर सारी।

पापा भी है प्यारे
दुनिया से न्यारे
मिठाइयां लाते सारे
प्यारे हो जो हमारे

 

(28) अम्मा आज लगा दे झूला – Nursery Poem in Hindi
अम्मा आज लगा दे झूला,
इस झूले पर मैं झूलूँगा।
इस पर चढ़कर, उफपर बढ़कर,
आसमान को मैं छू लूँगा।

झूला झूल रही है डाली,
झूल रहा है पत्ता-पत्ता।
इस झूले पर बड़ा मशा है,
चल दिल्ली, ले चल कलकत्ता।

झूल रही नीचे की ध्रती,
उड़ चल, उड़ चल,
उड़ चल, उड़ चल।
बरस रहा है रिमझिम, रिमझिम,
उड़कर मैं लूटूँ दल-बादल।

 

(29) आलू कचालू बेटा
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे,
बन्दर की झोपडी में सो रहे थे,
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे….

(30) गोल गोल यह लाल टमाटर
गोल गोल यह लाल टमाटर
होते जिससे गाल टमाटर
खून बढ़ाता लाल टमाटर
फूर्ति लाल लाल टमाटर
स्वास्थ्या बनाता लाल टमाटर
मस्त बनाता लाल टमाटर
हम खाएँगे लाल टमाटर
बन जाएँगे लाल टमाटर.

(31) मेरी प्यार माँ तू कितनी प्यारी है माँ
मेरी प्यार माँ तू कितनी प्यारी है माँ
जग है कांटों की सेज तू फुलवारी है
तेरी वजह से मैं इस जग में आया
तूने मुझे जीना सिखाया
माँ तू मुझे अच्छी अच्छी बातें है सिखाती
करूं जो मैं शैतानी तो डांट भी लगाती
तेरी ममता के साये में बीता मेरा बचपन
आशीष दे माँ तेरी सेवा में हो मेरा यह जीवन अर्पण

(32) अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो – Hindi Poem For Class 1
अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो,
अस्सी नब्भे पूरे सौ,
सौ में लगा धागा,
चोर निकल के भागा….

(33) बंदर के पास था एक खिलौना
बंदर के पास था एक खिलौना

संभाल उसे वो रखता था

खेलने से पहले भाई हाथ धो लेना

सबसे यही वो कहता था

(34) मेरी बिल्ली रानी है
मेरी बिल्ली रानी है
लेकिन बड़ी सयानी है।
दिन भर घर में घूमती है
चूहों को भी मार भगाती है।
मम्मी जब दूध रखती है
झटपट आकर पीती है।

(35) नानी मेरी नानी – Hindi Poem For Class 1
नानी मेरी नानी
सारे जग से सयानी।
रोज सुनाती कहानी
कभी राजा कभी रानी
उनको याद जुबानी।
जब भी कोई तंग करता
डांट लगाती पुरानी।

(36) आम है फलों का राजा – Hindi Rhymes For Class 1
आम है फलों का राजा
उसको खाते सब कोई ताजा
पापा जब भी बाजार जाते
ढेर सारे आम लाते
आम फल का राजा है
मैं पापा का राजा हूं
छोटा सा हूं , मोटा सा हूं
गोदी में सबके खेलता हूं।

 

(37) तितली होती रंग – बिरंगी
तितली होती रंग – बिरंगी
फूलों पर घूमती डाली – डाली।
कोई लाल , कोई हरी ,होती कोई काली।
इतना कोमल इतना सुंदर
सब बच्चों लगती प्यारी।
हाथ किसी के नहीं आती
घूमती दुनिया सारी। ।

 

(38) रोज आकर लड़ाई करती – Hindi Rhymes For Class 1
रोज आकर लड़ाई करती
मम्मी से लड़कर खाना मांगती
थोड़ा भी देर हो जाता है
मिलकर शोर मचाती है।
डांट लगाती जोर-जोर से
मम्मी की शामत आती है।
पापा जब खाना डालते
नाच नाच कर खाती है।
कुछ अपने लिए कुछ बच्चों के लिए
जेब भर के ले जाती है।