डोर-टू-हेल

इस रहस्यमई जगह में 230 फीट छोटा गड्डा हैं जिसमे 1971 से अब तक लगातार प्राकृतिक रूप से आग जल रही हैं इस गड्डे के पीछे एक कहानी हैं या अपवाह यह हैं की 1971 में साइंटिस्ट आयल और गेस की खोज करने यहाँ आये थे और उन्होंने इस जगह को ड्रिल के लिए चुना यहाँ जेसे ही ड्रिल करना चालू किया ये जगह एक धम से फेल गयी और यहाँ पर 230 फीट चौड़ा और 65 फीट  गहरा गड्डा बन गया और इमे से काफी अधिक मात्र में मिथिन गेस निकलने लगी मिथिन एक ग्रीन हाउस गेस हे जिसका वातावरण और इंसान दोनों पर असर होता हैं इसीलिए इसे रोकने के लिए इस गड्डे में आग लगा दी ताकि ये गेस नष्ट हो जाए लेकिन सारी गेस ख़तम नही हुयी तब की लगी आग आज तक जल रही हैं