good_night

झिल-मिल रात में…
सितारों से भरी इस झिल-मिल रात में,
जन्नत से भी खूबसूरत ख्वाब आपको आये,
इतनी हसीन हो आने वाली सुबह आपकी,
माँगने से पहले ही आपकी मुराद पूरी हो जाये।
Good Night.

दूर हो या पास…
ज़िन्दगी में किसी का साथ काफी है,
हाथों में किसी का हाथ काफी है,
दूर हो या पास फर्क नहीं पड़ता,
प्यार का तो बस अहसास ही काफी है।
शुभ रात्रि ।

प्यारी सी गुड नाईट…
प्यारी सी रात में, प्यारे से अन्धेरे में,
प्यारी सी नींद में, प्यारे से सपनो में,
प्यारे से अपनो को,
प्यारी सी गुड नाईट!!

तुम्हें याद किये बिना…
हम तुमसे कभी खफा हो नहीं सकते,
दोस्ती के रिश्ते बेवफा हो नहीं सकते,
तुम हमें भूलकर भले ही सो जाओ,
हम तुम्हें याद किये बिना सो नहीं सकते।
गुड नाईट.

वो फूलों वाला तकिया मोड़ के सोना,
सपनों की रजाई ओढ़ के सोना,
रात को ख्वाबों में हम भी आयेंगे, इसलिए..
हमारे लिए थोड़ी-सी जगह छोड़ के सोना।
Good Night

1. नींद ना आई रात भर मुझे, ख़्वाब बैठे रहे कतारों में। 2. फिर मुकद्दर की लेकर में लिख दिया इंतजार, फिर वही रात का आलम और मैं तन्हा तन्हां। 3. जो मिल गई उसे फिर खोने नही देना, हंसते हुए चेहरे को कभी रोने नही देना। हम तो सात जन्मों के लिए बस तुम्हारे हैं यह दिल हमें किसी और का होने नही देना। Good Night.

रोती रही मै रात भर पर फैसला न कर सकी,
तू याद आ रहा या मैं याद कर रही।

रात तो वक़्त की पाबंद है ढल जाएगी,
देखना ये है चरागों का सफर कितना है।

देखो रात फिर आ गयी,
गुड नाईट कहने की बात फिर आ गयी।
हम बैठे थे सितारों की पनाह में,
चाँद को देखा तो आपकी याद आ गयी।

आप हमें याद करो चाहे ना करो पर हमारी
आदत है आपको याद करके सोने की दिल से प्यार से.

पता है हमें प्यार करना नहीं आता मगर,
जितना भी किया है सिर्फ तुमसे किया है…

अब तो चिराग बुझा दीजिये,
एक हसी ख्वाब देख रहा है राह तुम्हारी

इसलिए भी रात को घर से निकल आता हूँ मैं,
सर्दियों के चाँद को अहसास इ तन्हाई न हो।

कल रात हमने अपने सारे दुःख दीवार पे लिख दिए,
फिर हम सोते रहे और दीवर रोटी रही।

इस गहरी रात में उनकी याद का झोंका फिर आ गया,
हैं खुशनसीब हम बहुत कि ख्वाबों में
उनसे मिलने का मौका फिर आ गया.

कब दोगे निजात हमें रात भर की तन्हाई से,
ए इश्क़ माफ़ कर मेरी उम्र हे क्या है।

रात इकाई नींद दहाई,
ख्वाब सैकड़ा दर्द हज़ार।

गुजर गया दिन अपनी तमाम रौनके लेकर
ज़िन्दगी ने वफ़ा की तो कल फिर सिलसिले होंगे

ये रात की ख़ामोशी ये आलम ए तन्हाई
फिर दर्द उठा दिल में फिर याद तेरी आयी

दोस्ती एक रिश्ता है जो
निभाए वो फरिश्ता है

रात भर रात को एक रात जगाय जाये
उसको मालूम तो हो हमपे गुजरती क्या है

रात के सन्नाटे में, चाँद की तन्हाई को
भला किसने समझा भला कौन समझे

तन्हाईयाँ थी रात थी तेरा ख्याल था
शोर ऐसा था की आँख लगाना मुहाल था

ए सर्द सर्द रात मुझे चाँद चाहिए
करनी है दिल की बात मुझे चाँद चाहिए

मुकम्मल रात बस इतना कह गयी
कहानी फिर से अधूरी रह जायेगी

“तुम दुआ हो मेरी, सदा के लिए !
मै जिंदा हूँ तुम्हारी, दुआ के लिए !
कर लेना लाख शिकवे हमसे!
मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए!

बे सबब न रात को निकला करो
तुम तो मेरे चाँद हो समझा करो

फिर असून मैं नहायी होती है रात
शायद हमारी तरह सतायी होइ है रात

ऐ पलक तु बन्‍द हो जा
ख्‍बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी
इन्‍तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी
कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी

कामयाब लोग अपने फैंसले से दुनिया बदल देते है
नाकामयाब लोग दुनिया के डर से अपने फैसले बदल देते है

मिलने आयेंगे हम आपसे ख्वाबों में
ये ज़रा रौशनी के दिये बुझा दीजिए
अब नहीं होता इंतज़ार आपसे मुलाकात का
ज़रा अपनी आँखों के परदे तो गिरा दीजिए

दिल की किताब में गुलाब उनका था
रात की नींद में ख्वाब उनका था
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा
मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था

रातों को नींद आना आसान बात नहीं है
उसके लिए पूरा दिन ईमानदार रहना पड़ता है

जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना
तारों का काम है सारी रात चमकते रहना
दिल का काम है अपनों की याद में धड़कते रहना
हमारा काम है आपकी सलामती की दुआ करते रहना

मुझे रुला कर सोना
तो तेरी आदत बन गई है
जिस दिन मेरी आँख ना खुली
तुझे निंद से नफरत हो जायेगी

अगर आप दुनिया से अपने लिए सर्वसिष्ठ पाना चाहते है
तो आपको दुनिया को अपना सर्वसेठ देना भी होगा

हर सपना कुछ पाने से पूरा नहीं होता
कोई किसी के बिन अधूरा नहीं होता
जो चाँद रौशन करता है रात भर सब को
किसी रात वो भी तो पूरा नहीं होता

हर रात मेरा नाम बोल कर सोया करो
खिड़की खोल तकिया मोड़ के सोया करो
हम भी आएंगे तुम्हारे ख्यालों में
इसलिये थोड़ी सी जगह छोड़ के सोया करो

जब दुसरो को बदलना मुश्किल होता है
तब खुद में बदलाव करना ही अच्छा है

रात को मेरा नाम ले के सोया करो
खिड़की को थोड़ा खोलकर के सोया करो
हम आयेंगे तुम्हारे सपनो में
इसलिए थोड़ी जगह छोड़ के सोया करो

आज आपकी रात की अच्छी शुरुआत हो
रात भर खूबसूरत सपनो की बरसात हो
जिन्हें आपकी निगाहे हर वक्त ढूंढती रहती हैं
खुदा करे आपसे उनकी सपनो में मुलाकात हो

जिन लोगो के पास उम्मीद रखती है
ऐसे लोग लाख बार हारने के बाद भी कभी नही हारते

सितारों को भेजा है आपको सुलाने के लिए
चाँद आया है आपको लोरी सुनाने के लिए
सो जाओ मीठे ख़्वाबों में आप
सुबह सूरज को भेजेंगे आपको जगाने के लिए

संभव और असंभव के बीच की दुरी
वेक्ति के निश्चय पर निर्भर करती है

जाने कब आपकी आँखों से इजहार होगा
आपके दिल में हमारे लिए प्यार होगा
गुजर रही है ये रात आपकी याद में
कभी तो आपको भी हमारा इंतज़ार होगा

लगातार हो रही असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए
कभी कभी गुच्छे की आखरी चाभी ताले खोल देती है

दिन में कब भला रात की रानी ने फ़िज़ा महकाई है
इसीलिए शायद शहर सोया और तेरी खुश्बू आई है.

सिर्फ सपनो से कुछ नही होता
सफलता पर्यासो से हासिल होती है

चाँद की चांदनी से एक पालकी बनाई है
यह पालकी मैंने तारों से सजाई है
ए हवा ज़रा धीरे धीरे चलना
मेरे दोस्त को बड़ी प्यारी नींद आई है

समय न लगाओ तय करने में आपको क्या करना है
वरना समय तय करलेगा आपका क्या करना है

चाँद तारों से रात जगमगाने लगी
चमेली भी खुशबू महकने लगी
सो जाइए रात हो गयी है काफी
अब तोह हमको भी नींद आने लगी

खुद की तरक्की में इतना वक़्त लगादो
की दूसरे की बुराई करने का वक़्त ही नही मिले

होंठ कह नहीं सकते फ़साना दिल का
शायद नजर से वो बात हो जाए
इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार रात का
कि शायद सपने में ही मुलाकात हो जाये

ऐसा लगता है कुछ होने जा रहा है,
कोई मीठे सपनों में खोने जा रहा है,
धीमी कर दे अपनी रोशनी ऐ चाँद,
मेरा कोई अपना अब सोने जा रहा है।
शुभ रात्रि।

जाने कब आपकी आँखों से इजहार होगा,
आपके दिल में हमारे लिए प्यार होगा,
गुजर रही है ये रात आपकी याद में,
कभी तो आपको भी हमारा इंतज़ार होगा।
शुभरात्रि

सितारों को भेजा है आपको सुलाने के लिए,
चाँद आया है आपको लोरी सुनाने के लिए,
सो जाओ मीठे ख़्वाबों में आप…
सुबह सूरज को भेजेंगे आपको जगाने के लिए।

मीठी-मीठी यादों को दिल में सजा लेना,
साथ गुजारे पल को पलकों में बसा लेना,
दिल को फिर भी न मिले सुकून तो,
मुस्कुरा के मुझे अपने सपनों में बुला लेना।
शुभ-रात्रि