मलेरिया-
मानसून में सबसे ज्यादा परेशान मच्छरों से होने वाली बीमारियां करती हैं. ऐसी ही एक बीमारी का नाम है मलेरिया. यह बीमारी फीमेल एनोफेलीज मच्छर के काटने से होती है. इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति में बुखार, सिरदर्द, बदनदर्द, कमजोरी, चक्कर आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं |
डेंगू-
मानसून में मच्छरों से होने वाली यह दूसरी गंभीर बीमारी है. डेंगू से हर साल सैकड़ों लोग अपनी जान गवां देते हैं. इस बुखार से पीड़ित व्यक्ति में सिरदर्द, रैशेज, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, ठंड लगना, कमजोरी, चक्कर आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा लिक्डाविड डाइट लेनी चाहिए |
चिकनगुनिया-
मानसून में एडिस मच्छर के काटने से चिकनगुनिया होता है. इस बीमारी के लक्षण डेंगू से मिलते-जुलते होते हैं. यह मच्छर ज्यादातर दिन के समय काटते हैं. सिरदर्द, आंखों में दर्द, नींद न आना, कमजोरी, शरीर पर लाल चकत्ते बनना और जोड़ों में तेज दर्द इस बीमारी के लक्षण हैं.
ये तीन बीमारियां सबसे प्रमुख होती है, जो मच्छर के काटने से होती है और काफी आम भी है। ऐसे में मानसून के दौरान इन बीमारियों से बचने के लिए घरेलु नुस्खों को अपनाना चाहिए। इन बीमारियों के अलावा इससे जीका वायरस, यलो फीवर, जापानी एन्सेफलाइटिस, फाइलेरिया आदि होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए इन सभी बीमारियों से बचने के लिए मच्छर से बचना आवश्यक है।