दुनिया-के-सात-अजूबे

सारी दुनिया की अगर बात करें तो धरती पर कुछ ऐसे अनोखे और आश्चर्य से भरपूर स्मारक और इमारतें हैं,जिनकी खास बनावट लोगों को हैरान करती हैं। इसलिए वे दुनिया के सात आश्चर्यों यानी सेवन वंडर कहलाते हैं। 

1)    रोम का प्राचीन स्टेडियम

इस विशाल स्टेडियम को कोलोसियम के नाम से जानते हैं। रोम स्थित यह अंडाकार कोलोसियम इतना बड़ा है कि इसमें करीब 50,000 लोग आ सकते हैं। इसका निर्माण 70वीं ईस्वी के मध्य शुरू हुआ और 80वीं ईस्वी में पूरा हुआ। इस स्टेडियम में योद्धाओं के बीच मनोरंजन के लिए खूनी लड़ाइयां हुआ करती थीं। योद्धाओं को जानवरों से भी लड़ना पड़ता था। वैसे आज यह खंडहर में तब्दील हो चुका है, फिर भी लोग इसे देखने आते हैं

2)    माया सभ्यता का चीचेन इत्जा 

अमेरिका के मैक्सिको में स्थित इस प्राचीन शहर का मुख्य आकर्षण है कुकुल्कन मंदिर, जिसको देखकर लोग हैरान होते हैं। पिरामिडनुमा इस मंदिर की ऊंचाई लगभग 79 फीट है। इस मंदिर में चारों दिशाओं में 91-91 सीढ़ियां बनी हैं और प्रत्येक सीढ़ी को साल के एक दिन का प्रतीक माना गया है, जबकि ऊपर बने चबूतरे को 365 वां दिन माना जाता है। 

3)    क्राइस्ट द रिडीमर

ब्राजील के रियो डी जनेरियो में स्थित ईसा मसीह की इस विशालकाय मूर्ति को बनाने में 9 साल का वक्त लगा था, क्योंकि उस समय आज की तरह उन्नत टेक्नोलॉजी नहीं थी। इसका निर्माण 1922 में शुरू हुआ था। इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आर्ट डेको स्टैच्यू माना जाता है। यह प्रतिमा आधार सहित 130 फीट लंबी व 98 फीट चौड़ी है, जो मजबूत कंक्रीट व सोपस्टोन से बनी है। 

4)    सबसे बड़ी दीवार

मिट्टी और पत्थर से बनी चीन की यह दीवार 5वीं सदी ईसा पूर्व बननी शुरू हुई थी और 16वीं सदी तक बनती रही। यह दुनिया की सबसे लंबी मानव निर्मित रचना है, जो लगभग 6,400 किलोमीटर तक फैली है। इसकी ऊंचाई करीब 35 फीट है. वहीं इसकी चौड़ाई की बात करे तो इस दीवार पर 10 आदमी एक साथ आराम से चल सकते हैं. इस दीवार को बनाने में उस समय मिट्टी, पत्थर, लकड़ी, ईंट आदि का उपयोग किया गया था. माना जाता है कि इस दीवार के निर्माण में करीब 20 से 30 लाख लोगो ने अपना जीवन लगा दिया था.इसे चीन के विभिन्न शासकों ने उत्तरी हमलावरों से रक्षा के लिए बनवाया था। यह दीवार इतनी चौड़ी है कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है।

5)    ताजमहल भी है दुनिया में खास

 संगमरमर का बना यह मकबरा 15 साल में बन कर पूरा हुआ था। इसका निर्माण सन् 1647 के लगभग पूर्ण हुआ था। यह खूबसूरत गुंबदों वाला मकबरा चारों तरफ से बगीचों से घिरा है। मुगल वास्तुकला का इसे सबसे बढ़िया उदाहरण माना जाता है। इस मकबरे की खास बात यह है कि यह चारों तरफ से एक समान दिखता है। यह मकबरा मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। साल 1973 में, इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना दिया गया था।    

6)    माचू-पिच्चू   एक शहर

यह है इंका सभ्यता का सबसे पुराना शहर माचू-पिच्चू, जो पेरू (दक्षिण अमेरिकी देश) में कुज़्को से 80 किलोमीटर (50 मील) उत्तर पश्चिम में स्थित है। इसे 7 जुलाई 2007 को विश्व के सात नए आश्चर्यों में शामिल किया गया था। 15वीं शताब्दी में सतह से लगभग ढाई हजार मीटर ऊपर एक शहर का बसना सबको हैरान करता है। अमेरिका के एंडीज पर्वतों के बीच स्थित यह शहर हैं, 1911 में अमेरिका के इतिहासकार हीरम बिंघम ने इसकी खोज की थी और इस एतिहासिक स्थल को दुनिया के सामने लाया गया था.

7)     पेत्रा नगरी

अरब के रेगिस्तान के कोने में बसा पेत्रा 2000 साल पुराना शहर है,यहां तरह-तरह की इमारतें हैं, जो लाल बलुआ पत्थर से बनी हैं और सब पर बेहतरीन नक्काशी की गई है। हजारों साल पहले की नक्काशी को देख कोई भी हैरान हो सकता है।