Varicose Veins

Apple-Ciderएप्पल सिडार विनेगार (सेब का सिरका) वैरिकोज वेन्स के उपचार में फायदेमंद (Apple Cider Vinegar Beneficial in Varicose Veins Treatment in Hindi)
एप्पल साइडर विनेगार वैरिकोज वेन्स के लिए एक अद्भुत उपचार है। यह शरीर की सफाई करने वाला प्राकृतिक उत्पाद है जिससे बंद रक्त का बहना शुरु हो जाता है। जिससे वैरिकोज वेन्स में भारीपन और सूजन काफी हद तक कम हो जाता है। समस्या होने पर एप्पल साइडर विनेगार को लगाकर उस हिस्से की मालिश करने से लाभ मिलता है। इस उपाय को नियमित रूप से रात को बिस्तर पर जाने से पहले और अगली सुबह फिर से करना चाहिए। कुछ दिन ऐसा करने से कुछ ही महीनों में वैरिकोज वेन्स का आकार कम होने लगता है, या फिर एक गिलास पानी में दो चम्मच एप्पल साइडर विनेगार को मिलाकर पीये। अच्छे परिणाम पाने के लिए इस मिश्रण का एक महीने में दिन में दो बार सेवन करने से परिणाम अच्छा मिलता है।

लाल शिमला मिर्च वैरिकोज वेन्स के उपचार में फायदेमंद (Red Capsicum Beneficial in Varicose Veins Treatment in Hindi)
लाल शिमला मिर्च को वैरिकोज वेन्स के इलाज के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। विटामिन-सी और बायोफ्लेवोनॉयड्स का स्रोत होने के कारण यह रक्त परिसंचरण को बढ़ाने और संतुलित और सूजी हुई नसों के दर्द को कम करने में मदद करती है। गर्म पानी में एक चम्मच लाल शिमला मिर्च के पाउडर को मिलाकर इस मिश्रण का एक से दो महीने के लिए दिन में तीन बार सेवन करने से लाभ मिलता है।

jetun-or-Olive-oilजैतून का तेल वैरिकोज वेन्स के उपचार में फायदेमंद (Olive Oil Beneficial in Varicose Veins Treatment in Hindi)
वैरिकोज वेन्स के इलाज के लिए रक्त परिसंचरण को बढ़ाना आवश्यक होता है। जैतून के तेल की मालिश से ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने में मदद मिलती है, इससे दर्द और सूजन कम होता है। जैतून के तेल और विटामिन-ई तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर उसे थोड़ा-सा गर्म कर लें। इस गर्म तेल से नसों की मालिश कई मिनट तक एक से दो महीने के लिए करें।

lahsunलहसुन वैरिकोज वेन्स के उपचार में फायदेमंद (Garlic Beneficial in Varicose Veins Treatment in Hindi)
लहसुन, सूजन और वैरिकोज वेन्स के लक्षणों को कम करने के लिए एक उत्कृष्ट जड़ी बूटी है। यह भी रक्त वाहिकाओं में हानिकारक विषाक्त पदार्थों को निकालने और रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करती है। छह लहसुन की कली लेकर उसे एक साफ जार में डाल लें। तीन संतरे का रस लेकर उसे जार में मिलाये। फिर इसमें जैतून के तेल को भी मिलाएं। इस मिश्रण को 12 घंटे के लिए रख दें। फिर इस मिश्रण से कुछ बूंदों को हाथों पर लेकर 15 मिनट के लिए सूजन वाली नसों पर मालिश करें। इस पर सूती कपड़ा लपेट कर रातभर के लिए छोड़ दें। इस उपाय को कुछ महीनों के लिए नियमित रूप से दोहराये। इसके अलावा अपने आहार में ताजे लहसुन को शामिल करें।

बुचर ब्रूम वैरिकोज वेन्स के उपचार में फायदेमंद (Butcher Broom in Varicose Veins Treatment in Hindi)
बुचर ब्रूम वैरिकोज वेन्स की असुविधा से राहत देने में बहुत ही उपयोगी होता है। इस जड़ी बूटी में रुसोगेनिन्स नामक गुण सूजन को कम करने में मदद करता है और एंटी-इफ्लेमेंटरी और एंटी-इलास्टेज गुण नसों के ब्लॉकेज को कम करने में मदद करता है। इसके लिए बुचर ब्रूम को दैनिक खुराक के रूप में 100 मि.ग्रा. की मात्रा में दिन में तीन बार लें। जड़ों और पौधों के बीज से बना बुचर ब्रूम की खुराक में कैल्शियम, क्रोमियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, पोटेशियम, सेलेनियम, सिलिकॉन और जिंक के साथ विटामिन-बी और सी होता है। यह पोषक तत्वों को मजबूत बनाने और नसों की सूजन को कम करने के साथ पैरों के रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद करते हैं। लेकिन उच्च रक्तचाप वाले लोग इस जड़ी-बूटी के सेवन से पहले चिकित्सक से परामर्श अवश्य लेते हैं।

अखरोट वैरिकोज वेन्स के उपचार में फायदेमंद (Walnut Beneficial in Varicose Veins Treatment in Hindi)
अखरोट रक्त वाहिकाओं को मजबूत बनाने के लिए बहुत ही प्रभावी जड़ी-बूटी है, इसलिए यह वैरिकोज वेन्स के लक्षणों को आसानी से कम कर सकती है। इसमें एस्ट्रिंजेंट के अलावा गल्लिक एसिड और कई प्रकार के आवश्यक तेल भी होते हैं जो सूजन के साथ-साथ दर्द को कम करने में मदद करते हैं। अखरोट के तेल में एक साफ कपड़े को डूबाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाये। ऐसा एक या दो महीने के लिए दिन में दो से तीन बार करने से लाभ मिलता है।

अजमोद वैरिकोज वेन्स के उपचार में फायदेमंद (Parsley Beneficial in Varicose Veins Treatment in Hindi)
अजमोद विटामिन-सी से समृद्ध एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो सेल की मरम्मत और कोलेजन के उत्पादन को प्रोत्साहित करता है। साथ ही इसमें शामिल रुटीन नामक तत्व, कोशिकाओं को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसलिए वैरिकोज वेन्स के लक्षणों को कम करने में बहुत उपयोगी होता है। एक कप पानी में एक मुट्ठी ताजा अजमोद लेकर उसे पांच मिनट के लिए उबाल लें। फिर इस मिश्रण को ठंडा होने के लिए रख दें। फिर इस मिश्रण में गुलाब और गेंदे की तेल की एक-एक बूंद मिला लें। अब इस मिश्रण को कुछ देर के लिए फ्रिज में रख दें। इस मिश्रण को कॉटन पर लगाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगायें। अच्छे परिणाम पाने के लिए इस उपाय को कुछ महीनों तक करें